Learn Music Theory Hindi
म्यूजिक या संगीत नाम सुनते सबसे पहले कुछ उस्तादों और वाद्य यंत्रों के दृश्य हमारे ज़हन में आने लगते हैं।
संगीत मानसिक तनावों को दूर करने का एक बहुत बड़ा जरिया भी है। संगीत सुनते ही सभी तनाव मुक्त हो जाते हैं और मानो जैसे किसी अलग दुनिया में ही खो जाते हैं। इसका उपयोग वोकल थेरेपी के रूप में भी किया जाता है।
संगीत को पेश करने के कई प्रकार है पर इनमे लगने वाले स्वर एक ही होते हैं चाहे वह वेस्टर्न संगीत हो कर्नाटकी संगीत हो या हिंदुस्तानी संगीत।
आज हम हिंदुस्तानी संगीत के उन्ही स्वरों के बारे में जानेंगे।
हिंदुस्तानी संगीत में कितने सुर होते हैं
हिंदुस्तानी संगीत में पुरे 12 स्वर होते हैं। जिनमे 7 शुद्ध स्वर , 4 कोमल स्वर और 1 तीव्र स्वर होते हैं।
इन स्वरों की रचना ऐसे होती है की ये स्वर एक के बाद एक चढ़ते स्वर में जाते हैं। जो इस हैं-
पूर्ण स्वर : सा रे रे ग ग म म* प ध ध नी नी।
शुद्ध स्वर : सा | रे | ग म | प | ध | नी।
कोमल स्वर : रे ग | ध नी
तीव्र स्वर : म*
सप्तक किसे कहते हैं
"सा" से लेकर "नी" तक के स्वरों को सप्तक कहते हैं। जिनमें पुरे 12 स्वरों का समावेश होता है।
सा रे रे ग ग म म* प ध ध नी नी।
सप्तक कितने प्रकार के होते हैं
- मन्द्र सप्तक
- मध्य सप्तक
- तार सप्तक
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